सुनसान थे ये रास्ते कितने जमाने गुजर से गए
फिर से यहां सासे खुली सोये थे अर्मा जो कहने लगे
मेरा दिल ये कहे बोले हो जहां ये कहे बोले हो
दिल है जवां सासे रवां फिर से शेहर साला कहने लगा
जोशे जुनू कैसा समा खिलने लगा तुर से तुफान ये
हाथों में है तिर हाथ ये निकले जो सारे ये कहने लगे
मेरा दिल ये कहे बोले हो जहां ये कहे बोले हो
दिल है जवां सासे रवां फिर से शेहर साला कहने लगा
जोशे जुनू कैसा समा खिलने लगा तुर से तुफान ये कहने लगे
मेरा दिल ये कहने लगे
देखु जो तेरी आँकों में
देखु जो तेरी आँकों में
नजरा जो
नजर आए जीवन धारा तेरी ही
इस गड़कों से
है रंगी समाना सारा
देखू जो तेरी आखों में
नजर आए जीवन धारा तेरी ही
इस गड़कों से
पिर से शेहर सारा कहने लगा
ओ...
पिर से शेहर सारा कहने लगा