तोमाई दिलाँ आधार राते हाजा तरारा गुन्द।तोमाई दिलाँ आधार राते हाजा तरारा गुन्द।तोमाई दिलाँ इशार तिने सब्न ज़रापा गुन्द।तोमाई दिलाँ क्लांतो सहरे भिष्टि दुआ राजपाख।तोमाई दिलाँ पैस्तो प्रोहरे भालो बशाँ सापो।तोमाई दिलाँ संतो रोधे पाखिदेर कुलाहल।तोमाई दिलाँ रिदाई नदे सुप्रोमे देरा छल।तोमाई दिलाँ प्रिष्टि स्णातो जो इच्छेर कुनो शकाल।तोमाई दिलाँ सरोतेर चाँ छाया मेगे राणा।तोमाई दिलाँ भदुली रागा तो जापोतीर राणा।तोमाई दिलाँ आकास्छो दिल लंधोलोर खिंकाना।तोमाई दिलाँ बेने चादेर भुरी।तोमाई दिलाँ फातेर मुठोई लक्खो रंगे चुरी।तोमाई दिलाँ घुंबाणारी बोलो प्रभाँ तेरी।तोमाई दिलाँ आदाराकेर आजार तारार रगुन।तोमाई दिलाँ पिछातीरे सब्टो जरा फागुन।तोमाई दिलाँ ग्लांतो सहरे पिछ्टी धुआ गाच पर।तोमाई दिलाँ बैस्टो प्रहुरे भालो बाशार सपो।तोमाई दिलाँ शांतोरोदे पाक्खितेर पुलानार।तोमाई दिलाँ पिछातीरे सब्टो जरा फागुन।सब्टो जरा फागुन।