हजारगारी
हजारगारी
हो हजारगारी
खना छड़ भता
देहा बहा जारगारी
खना छड़ भता
उन्होंने छोड़ भता देहा बहा जारगारी
उन्होंने छोड़ भता देहा बहा जारगारी
तोहरों के देह बतहर जीदियों के देहा
तोहरों के देह बतहर जीदियों के देहा
सबका के देह बया कले ताड़ी
सब का के देह भया कले तारी हो हाजार गारी खना छड़ बहता देह भाजार गारी
तोहरों के देह वै तोहर आजीयों के देहव तोहरों के देह वै तोहर दादीयों के देहव
सबका के रगनी दी है चुनिगारी
सबका के रगनी दी है चुनिगारी
हो हाजार
एंगल म्यूजिक कुमार रमेश की प्रस्तुति