हजारगारीहजारगारीहो हजारगारीखना छड़ भतादेहा बहा जारगारीखना छड़ भताउन्होंने छोड़ भता देहा बहा जारगारीउन्होंने छोड़ भता देहा बहा जारगारीतोहरों के देह बतहर जीदियों के देहातोहरों के देह बतहर जीदियों के देहासबका के देह बया कले ताड़ीसब का के देह भया कले तारी हो हाजार गारी खना छड़ बहता देह भाजार गारीतोहरों के देह वै तोहर आजीयों के देहव तोहरों के देह वै तोहर दादीयों के देहवसबका के रगनी दी है चुनिगारीसबका के रगनी दी है चुनिगारीहो हाजारएंगल म्यूजिक कुमार रमेश की प्रस्तुति