आश्टा, मूजिक
सिछत योगे भाईया अपना बाड़े
ओनही के मुखिया बनाई हा हो
भाईया या भावी सुना जन भुलाई हा किलू भाईया के जिताई हा हो
सिछत योगे भाईया अपना बाड़े एनही के बिज़ाई बनाई हा हो
किलू भाईया झंडा बाद,
जंडा बाद, जंडा बाद
तोई होई दादी
तिल्लू भईया जिन्दाबाद
तिल्लू भईया जिन्दाबाद
पूरा गाउ चमकाई है
लभा पूरा सरकारी हर घर में दिलाई हैं
काम साहर कराई है
पूरा गाउ चमकाई है
लभा पूरा सरकारी
हर घर में दिलाई हैं
घर घर सबके आवास दिलाई है कारी है सपन सकारी है इनके
जितोई होई चाचा कारी है गाउ के विकास इनके जितोई
होई काका कारी है गाउ के विकास इनके जितोई होई भाईया
सुमी सब के उबातिया
चरचह हुले दिन रतिया भैया थिल उ जीजाई सां
के हु बाड़े न शाँखातिया
सुना सब के उबातिया
चरचह हुले दिन रतिया भाईया थिल उ जीजाई सां
के हु बड़े न शांहातिया
ग्राण सभापूर अभुदेव के बन रहे अश्रिपाद
इनके जिता है
भाईया करी होई गाउं के विकाष