आज कोई दिन से निखलूगत। कहा रोत। आज कोई दानी लिवाते। दिल्लिवाये। आई मैं सबसोगे हूँ दवा कल्कि टागले। तो आर कहिया दवाई पिटाई। आरे देवी, तुमके कहा चिन्तव। दवाई नुहान।
भौजे धिर दिन से लगु केना भ या वाँ। तौक छोड़ी का घरावा ताडे संयावा।
भौजे धिर दिन से लगु केना भ या वाँ। तौक छोड़ी का घरावा ताडे संयावा।
रातो दिन्तो रिक्टो चालावतारे हो, चारो गरदो उड़ावतारे हो, उड़ावतारे हो, खुबे दावतारे हो, सैयागे हो थारे सरसे दावतारे हो
बोला कब कबु तो गरासे प्यार करे
अच्छे दिया पो कैसे गिनै नाचारे
जब सिवन नवे में रातो दिन्ने रोगो तरे, तब भैयाँ को कैसे तकरार करे
आदियो रातो के आवेले, हमसे फिली खुलवावेले, ज्वाट से खाना खाके देवरो फेरो रुम्खुटियावेले
ओ गोले उको झाव थावतारे हो, दाठा धाके मुहमे लगावतारे हो, लगावतारे हो, धादावतारे हो
स्वया गिल हु थारे सरसे दावतारे हो
लगिलू हु भवजी उथतो हरफाते लगी, होयालस जैसन देने काते लगी
भवजी उथतो हरफाते लगी, होयालस जैसन देने काँते लगी
दिल छाटा जावानी तो घर छाटे लागी
सुना पौवन सर्विस सन्याजी तुड़े नारा उर्भुल्याजी
कहेले कौरे दो धन्या थोड़ा चा इतन कमियाजी
उर्पल के कुन्टल गेहु पावतारे हो
ले बर्मोजे दूर में बाता तारे हो
बाता तारे हो ना फाका तारे हो
सैया के हो थोरे सर्से दामा तारे हो