तेरी ये बात ये लगती हसीन जैसे खाब है
तू जूटी है तू परी है
या अब सुरादून में भी खास है
तू खास है तू पास है तू जनती या कास है
तू रास है तू कोई गहरा
दू
को छुराना दिल को लुवाना
तेरे हुसन के जलवे है
तु हकीकत में भी लगती मिराज है
तेरे बातों से लगता नशासा है
तेरी अदाओं से बहेक जाता मन मेरा
तेरे ख्यालों में ही रहता हूँ आजगल
तु ही बता कैसे हो रहा है ये हाल मेरा
तेरी है ये था तेरा भूँ को चुड़ाना दिल को लुवाना