जाने कैसे कस्मे खाता रहता थादिल जो भी कहता सच ही मुझे से कहता थादिल तुमको देखा छूटा हुआआगे होगा क्या कहतो ना आगे होगा क्याहो रहा बेवफाआगे होगा क्यादे रहा है बदादिल हो के मुझे से जुदातेरे दिल में रहने लगातेरी सुनता नहींतेरी कहने लगादिल हो के मुझे से जुदातेरे दिल में रहने लगाजुड़ना दिल चाहे तुमसे जैसे पलकों से दो आखेजैसे होटों पे रहती तेरी प्यारी प्यारी बातेतनहा सा होके भी ये होता नहीं है तनहाचाहत से तेरी भीगा इसका हर लमहा लमहाजुड़ना दिल चाहे तुमसे जैसे पलकों से दो आखेजैसे होटों पे रहती तेरी प्यारी बातेअब आगे होगा क्या कहतों नाअब आगे होगा क्या कहतों नाअब आगे होगा क्यादो रहा बेवफा दे रहा है तगादिल होके मुझे से जुदातेरे दिल में रहने लगामेरी सुनता नहींतेरी कहने लगादिल होके मुझसे जुदातेरे दिल में रहने लगातेरे दिल में रहने लगादोनों की है तकदीरे, मर जाएं तुम जो बोलोतुम जो बोलो तो जीले, मिल बोले रुख जाओंगाजो तिल पर ना भासर होगा, मानो ना मानो दिल ही खातिल होगाकब आगे होगा क्या, कह तो नाकब आगे होगा क्या, कह तो नाकब आगे होगा क्या, कह तो नाबो रहा बेवफा, दे रहा है तदाआदि लोग के मुझ से जुदा, तेरे दिल में रहने लामुझसे पर क्या, मेरे संदा नहीं, तेरे कहले लगाआदि लोग के मुझ से जुदातेरे दिल में रहने लगातेरे दिल में रहने लगातेरे दिल में रहने लगापबागे होगा क्या