बोलो बाके विहारी लाल की
ज़ेएए
नद के नद लाल की
ज़ेएए
तिरी दरी पे आई
मीरा वाई
छोड़के दुनियादारी
करे तुझको अरे पन अपना जीवन
तासी बन गई थारी
औरे वो दासी बन गई थारी
दर पे आई
मीरा वाई छोड़के दुनियादारी करे तुझको अरे पन अपना जीवन दासी बन गई थारी
औरे वो दासी बन गई थारी
पालकपन में तिरी धगती की
खटक जिगर में लागी औरे चौब से घंटे ना में जपूं तिरा बनी फिरूं बैरागी
आ तरी बनी
फिरूं बैरागी आ तरी बनी फिरूं बैरागी
मैं निर्भागी शरण में आगी मैं निर्भागी शरण में आगी
तेरी सुनो गिर्धारी करे तुझ को अरे पन अपना जीवन दासी बन गई थारी
सब पकवान बना के लियाई इनका भोग लगाओ
अरे गंगा जल सेन हवादिया मेरे स्वामी भोजन खाओ
हाँ मेरे स्वामी
भोजन खाओ
देर लगाओ जल्दी आओ देर लगाओ न जल्दी आओ
प्यारे शाम भिहारी करे तुझ को अरे पन अपना जीवन दासी बन गई थारी
मेरी माताने बतलाया रे
मेरी माताने बतलाया तू मेरा जीवन साथी
हाँ तेरे सिवा मेरा इस दुनिया में दूजा फॉन हिमाती
हाँ मेरा तूजा फॉन हिमाती
इंदर पाल कवीता
गाती तेरी दुनिया सारी करे तुझ को अरे पन अपना जीवन दासी बन गई थारी
तिर दरपे आई
मेरा वाई दरपे आई मेरा वाई छोड़के दुनिया सारी
करे तुझ को अरे पन अपना जीवन दासी बन गई थारी