जन थेर प्यारो वयल सद चना यहुं।दाई नित वजन सजन पिठेन पिठेनओ धच तई जयन तु नही लगा सवारी जयन तु लगानेत कु कोड उठ तसर ते वयल वयलबद उचच उचच वयल कर न कद आच सि देली रा कयब न चरी घनटे रा खल वयनबनियत दुरहर नी मेरी चनने बवय सी नमे सजन वपक नेतर शरी वचि फिर दे आरामन सानो उपसांद कुई नहीलाकिलाली सजल पाकिवाली सजलअतनी परस दचन लटका नही सनमु पसांद कुई नहीमै चर जरूरी जामना तेरी पबनद कोई नहीलईसलाली सजर पयसवाली सजरअतनी परस विहे लटका नही तेरी पबनद कोई नहीदुनिया बडि खराब दूने मसूम बलाहरमओर हर गली रत फिर दिल शिकारी जरवालामैं जाले थिरे फस जामण समू पसंद कोई नहीदुनिया रदविच जामण समू पसंद कोई नहीमैंनु ओर वी तकम यह मैं छर जामण आयेसके आदी है पैचादी जोडा सिमा वनाएचलला वनजी के सुनारे कोल समण तेरी पबन्द कोई नहीलय तलाली सजर पैचावाली सजरअति परजी विह लटकाउना तेरी पबन्द कोई नहीमैं चर जरूरी जाउना तेरी पबन्द कोई नहीसजर पबन्द कोई नहीओ काओणे है या देनो हारी राज पून करनाओ मेरी परू की मेरी खुशिया ना कून करनाजन पवसी जन पछकान मेरा पसनद कोई नहीले सलाली सजर पयसवाली सजरअति परसवी है लटकामना तेरी पबंद कोई नहीकेरा शहर सिफीर दे आरामण सनमु पसनद कोई नहीमै चहर जरूरी जामना तेरी पबंद कोई नही