टूटे सपने
छोड़ गए तुम
दिल में छुपाके प्यार का घम
यादों की परचाई में जीते हैं हम
तेरे बिन जादनी भी लगती है अधूरी सनम
तेरा साथ छुटा
दिल है उदास
हर एक पल में है तेरी तलाश
ना वक्त रुका
ना रुके मेरी बात
पिर भी क्यों रहता है तेरा
इंतजार शाम के साए
तनहा है रास्ते
छुप सी हवा
कुछ कहना चाहे तेरे
पर वो गई गर्ण नहीं लगता है
तेरे बिन जीते हैं हम तेरे बिन जीते हैं
जिसके लिए तेरे
पर भी
जीते हैं
जिसके लिए तेरे पर भी जीते हैं
जिसके लिए तेरे पर भी जीते हैं
जिसके लिए तेरे पर भी जीते हैं
जिसके लिए तेरे पर भी जीते हैं
जिसके लिए तेरे पर भी जीते हैं
जिसके लिए तेरे पर भी जीते हैं
जिसके लिए तेरे पर भी जीते हैं
जिसके लिए तेरे पर भी जीते हैं
जिसके लिए तेरे
पर भी जीते हैं