موج ڈھوں اے کل رات ولا
اتھی یکی آن, تو بر ساتھ ولا
بھمجی موج اے کل رات ولا
ceramic
اتھی یکی آن، تو بر ساتھ ولا
जदी मुझ रूह है गल रात वला
पीवी भोगा भोगी सगारें दे
फिर चाहा ठाली अगारें दे
तीरे भोगा भोगी सगारें दे
सर चाहा ठाली अगारें दे
अलि आ गई दोख देवा कुल
जित किया तू अर साथ पना
तीरे मुझ रूह है गल रात वला तुठे अगिया तू अर साथ पना
तेरे मुझ रूह है गल रात वला
अइ सेज कसी कहता जिक खस्याँ पे मेरे सिर्दा का जिक खस्याँ
ए परिशी सज्ञीन आत वला ए परिशी आतने आत वला तुझे दिया तू बर साला
तुझे दिया तू बर साला तुझे दिया तू बर साला
तुझे दिया तू बर साला
तुझे दिया तू बर साला