तौबा, तौबा, तौबा, तौबा, माना के जवानी है दिवानी, पैसी भी क्या नजानी, तौबा, तौबा, तौबातौबा, तौबा, तौबा, माना के जवानी है दिवानी, पैसी भी क्या नजानी, तौबा, तौबातौबा, तौबा, माना के जवानी है दिवानी, पैसी भी क्या नजानी, तौबा, तौबा, तौबातौबा, तौबा, तौबा, तौबा, माना के जवानीभी क्या ना दानी तोबा तोबा तोबा माना के जवानी हो दिवानी तोबा तोबा तोबाहै अपने मिला आधा सिरारा वासना अधोष �かि अल долларов खश में मध्धाशी का आलंश नियच दिल कबीत शवणा पास कबीत शद्ध1-4 लो什么देता भी क्यों ये निशानी ऐसी भी क्या ना जानी तोबा तोबा तोबा मना के जवानी है तीवानीतोबा तोबा तोबा मना के जवानी है तीवानी ऐसी भी क्या ना जानी तोबा तोबा तोबातोबा