हसत तर मधु झरा
कथा तर मन चोरा
चाहाणी मा दो कभरा
केवे हेबेनी तो सारी
लखे फूला जन्दारा
तौते मन दली महे
सा�atter रखी भू तुहे
तौते मन दली महे
लिमोही साइती रोखेवो तोही एजी खुसी रपसरा
केबे हाँ जाएले तोही आउपाएवो निपारा
मौनारा आईना रे तोही तुदाया आकासा रे तोही
सपना बगिचे रे तोही जिवाना बिलरे तो तोही
एजी खुसी रोखेवो निपारा
मौनारा आईना रे तोही जिवाना बिलरे तोही
सपना बिलरे तोही जिवाना बिलरे तोही
साइति रोखेवो तोही एजी खुसी रोप सोरा
केबे हो जाई ले तोही आउपाएवो निपारा
केबे हो जाई ले तोही आउपाएवो निपारा
पिजी बा जोचना धारा रे छुली बा फुला रा दोली रे
छुमी बा तारा गहणा रे गाये बा मलया रा सो रे
दू थिले छला पथे चलू थी भी तो साथे कोथा देली पोरा
फुसी फुले भरी देवी प्रिया तो जीवन शारा
तती मना देली मोहे साइथे रखेबो तो हे
तती मना देली मोहे साइथे रखेबो तो हे
मनों देले मोहे, साइते रोखेबू तुहे, एजे खुसे रपसारा, एबे हो जाहिले तुहे, आउपाई बुनी पारा, आउपाई बुनी पारा
आउपाई बुनी पारा