करमी में टपटप हमारा चूआ पसीना हगे
दिन में हम चारवेर सत्वा की बोरोजीना हगे
गरमी में टपटप हमारा चूआ पसीना हगे
दिन में हम चारवेर सत्वा की बोरोजीना हगे
गज के तू गाहक पैसा कितना ले भिंगे
छोड़ी तटका पाने मटका से निकाले दे भिंगे
गरमी में टपटप हमारा टपटप हमारा
भीर बडी लागो तर कणिये येज़ाउड़ी
कहा छे उमर यामे जग़नी येज़ाऔडि
भीर बढी लागो तर कंडिये येज़ाओडि
कहा छे உमर यामे ज़ाओडि
मारा खोला ही छड़वन सब जे भी आवंगे
छोड़ी तटका पानी मटका से निकाले देविगे
छोड़ी तटका पानी मटका से निकाले देविगे
बुझो ही नहीं मौनू के दूख गे छवुडी
बोला ना केतना के देवी छोट गे छवुडी
छोटी जाना मारा उलटकला छोटी हे विगे
छोड़ी तटका पानी मटका से निकाले देविगे
गरमी में टपटप हमारा चुआव पसीना गे
दिन में हम चरदर सत्वा पी बोलो जीना गे
गज के तू गाहक पैसा केतना लेविगे
छोड़ी तटका पानी मटका से निकाले देविगे