नई खतू तक्दीर में हाथ के लकीर में जाए
तो हुके भुला के के हुके ना हो पाए
लगता के हम मर जाए लगता के हम मर जाए
तोहे पावे खातिर हदेर
से गुझर जाए
लगता के हम मर जाए लगता के हम मर जाए
शाम होके रात होके चाहे दुपहरिया
देखला ही चाहता रहो मेरी सुरतिया
दिल अपन देहनी खताई हो गए लगा
प्यार कर तोह से सजा हो गए लगा
प्यार कर तोह से सजा हो गए लगता के हम मर जाए लगता के हम मर जाए
जानता ने तोह रखे हमसे न प्यार बा
नाही जानी काही तोहार इंतजार बा
तोहार इंतजार बा
धीर नाही धरी मन रहता बेचे
साच बत बटे का मिला के गोहने
रुज रुज याद करके खुद की सताई
लगता के हम मर जाए
लगता के हम मर जाए
मेहध ने तोहरो हमारे कवन काम बा
तु � ہी जब ने खतः शहरी बेकार बा
शहरी बेकार बा
काई काई जान बोला हैपी से कसुर
काई खातर करतर नजरी से दूर
गुटे गुटे बोला कैसे जीजी
निगी बिताए लगता कि हम मर जाए तो ही पावी खातिर हद से गुझर जाए
लगता कि हम मर जाए लगता कि हम मर जाए
लगता कि हम मर जाए