कनहासी राते थी तेरी ही बाते थी
जाने ना चाने तू कहाँ है
मेरा दिन रोया था तेरी ही यादों में
बाकी अब आसू ना रहा
तेरी वो बाते मीठी सी यादे
मुझको सताती है यहाँ
वापस आजाओ ना
ऐसे ना जाओ तुम
दिल से है यही इलतिजा
तेरी आद सताती रातों भर
रोते क्यों हम तेरी आदों पर
जाने क्यों ये पल थम गई
बस तेरे ना आने पर
जाने हम रास्ते पर थम गए
हर रात मेरी आँके क्यों लम रहे
तु कहती थी साथ में क्यों हम रहे
तु कहती थी साथ में क्यों हम रहे
तेरी खुशी में ही मेरी खुशी पर मेरे साथ में क्यों अब नहीं
बाना के पास तू नहीं है दिल में लेकिन तू अब कहीं है
याडों में तेरी जी रहा हूँ बस लमालमा बचर रही है
तू जो नहीं तो कुछ नहीं है देखो ना क्या हुई है
वापस आ जाओना
वापस आ जाओना
दिल से है ये ही इलतिजा
मेरा दिल रोया था तेरी यादों में
बादी अब आशुन न रहा