तलूवे सहर है शामे कलंदर।
उठारिंदा
पियाजा में कलंदर।
तलूवे सहर है शामे कलंदर।
पयक दुआरे
पाख दुआरे।
इस दर्पें जूमें नाचें,
हर रात को चांदर तारें।
सितारों का घर है शामे कलंदर।
कलूबे सहरी है शामे कलंदर।
सब गौन्स कुटब सुभभानी,
नई कोई शाबाज दसानी।
यहें पंज़ तनपाक के घर की वाहिद अनमॉल निशानी।
यहें नामे
दुधा नामे कलंदर।
कलूबे सहरी है शामे कलंदर।
कलंदर जीवल्लार, सोनल्लार,
जीवल्लार।
अल्लाह की मरजी में है, शाबाज की मस्ती शामिल।
जो करते हैं हर दम लाल,
लाल,
है पीर उन्ही का कामिल।
कही आका,
कही आका, कही मौला, कही है नाम पलंदर।
कलूबे सहरी है शामे कलंदर।
उठोरिंदा पियो जामी कलंदर।
कलंदर जीवल्लार, सोनल्लार, जीवल्लार,
सोनल्लार।