काहे हो
भातार बीना राती के ता की आवास होती साटी के
अडपीले
जैसे तडबे सोखे जा ओ लबिन मच्छर या
एक पैसा दू पैसा भातार बीना सिनर कैसा
जब से गईल बाने हमारे कड़ाटी के
भातार बीना राती के ता की आवास होती साटी के
ता की आवास होती साटी के
ता की आवास होती साटी के
खोला खोला बाल हमारे गाल पहुची ता तो पहुची ता
तो तानी कोण पीयानी
दरदी के बुजाता एहाँ
खोला खोला बाल गाल
पहुची ता ता ये साखी
तानी कोण उनका के भुझ़ा ता ये साखी
उनका देख
बुझाता है सक्य
साटी कर