पयवती आनी गमा कूरें
प्या बदल कन पकीरे बांदा तक
तलवासी चोंज़हीरे बांदा तक
ताही अज़ बिन रोशों आयाला न रोतें
शहीरान से मिल न लाला न रोतें
ताही अज़ बिन रोशों
ओ बंदी के चे आती आचारे आनुल
महरानी जन दे आ महरानी जन दे ओ शहरान रोतें
शहीरान से मिल न लाला न रोतें
ताही अज़ बिन रोशों
जराबानी लेजा तमें मावा जागो
मैं गए पानी मस्ती तमाला न रोतें
शहीरान से मिल न लाला न रोतें
ताही अज़ बिन रोशों
जन
दे आ
महरानी जन दे ओ शहीरान से मिल न लाला न रोतें
शहीरान से मिल न लाला न रोतें ताही अज़ बिन रोशों
वदारात यादं शपारू चुकन्ते
गणू की पनिष्टा इसाला न रोतें शहीरान से मिल न लाला न रोतें
शहीरान से मिल न लाला न रोतें