चल जब पोँचाने तू चक चक के
खड़ी हो में जब डुंगे पे तू हाथ रख के
चल जब पोँचाने तू चक चक के
करड़ी हो में जब डुंगे पे तू हाथ रख के
प्यारी घणी लग जब बोले बहागडी
तेरी गोल मोल कमर गच सहता घड़ी
तेरी गोल मोल कमर गच सहता घड़ी
फुला जू चमकेना
मेकप की
लोडतेन मोरणी जू तले जमापाड रखे तोडतेन
कला का धारा कहर गाजरी
तेरी गोल मोल
कमर गच सहता घड़ी
तेरी गोल मोल कमर गच सहता घड़ी
तेरी गोल मोल कमर गच सहता घड़ी
तेरी गोल मोल कमर गच सहता घड़ी
तेरी गोल मोल
कमर गच सहता घड़ी
चब चले तू चोटी या डुंग्या
पला गए
रह जूली भी भैल तेरी आख्या के आगे
तू चोटी या डुंग्या पला गए रह जूली भी भैल तेरी आख्या के आगे
मैं काला भी गिता मैं करे यादरी
तेरी गोल मोल कमर गच सहता घड़ी