ए यार, की, आज ताड़ी पिये के मन करो यार, बड़ी गर्मी हो, पिये के दो हम्रो माना करो है लेकिन, मिलो हो के जारे, चल ने उन्हें ताड़ी आपर, उन्हें खेता देने मिलो है, चल चल,चल, चल, चल, चल, चल,इतना खटा,हे देख, भोरे भोरे के मर बोहनी खराब नहीं कर, तो नी सबके रोज के ही ड्रामा हो, चुपचा पैसा दे जोए जसे, माठा है कनो,मलब हम ड्रामा कर रहे हैं, एक तड़िया में माठा मिला के बेचोईयों कोई की ताड़ी है गया,येगे हा कौनै दूदी इता माठा होगे,येगे हा कौनै दूदी इता माठा होगे,छोड़ी तड़िया तो हार बड़ी खटा होगे,छोड़ी तड़िया तो हार बड़ी खटा होगे,छोड़ी तड़िया तो हार बड़ी खटा होगे,एरे भीध � nossa!पीम ही तपी मांगी माठा ने बोलअभी ताजे है तड़िये करखाटा ने बोलछोड़ा ताजे है तड़िया मरगाटा ने बोलछोड़ा ताजे है तड़िया मरगाटा ने बोलMusic by ओम प्रकासअच्छा अच्छा बोलके तो ठागो ही छोड़ीकितना दिन चलतो ऐसे दोकान दोरीकहेले बोलो ही तो जूट रे छोड़ालगलो सा राप हो मी ठूट रे छोड़ामुहु लगली बोलो ही आताताहोगे ये छोड़ी तड़िया तो हार बड़ी खाता होगेछोड़ी तड़िया तो हार बड़ी खाता होगेसौरव कारान हो पुराना गाहाक गेदूरे से बूझ जाए सुंग के माहाक गेभोरे भोरे हाँ मरने बोहनी बिगाड रेदिन भर जो गाड रेसुने जाही आउ तोरे ता घाटा होगेछळी तरिया तो हार बड़ी खाटा होगेछळी तरिया तो हार बड़ी खाटा होगेछळी तरिया तो हार