तारा रे नामनोतारा रे नामनोतारा रे नामनो खेड़्यो एक तारोतारी मी रातु की धर्मारोआजनो चांदलियो मने लागे बभुआलोचहिदो सुरजने पे उगे नहींतारा रे नामनोतारा रे नामनोआपडे पे अनजाना पर्देशी पंकीआज मारा जुग जुगनो संद्वारो जंगीजो जो विखाय रही शमलानो माराचहिदो सुरजने पे उगे नहीं ठालोचहिदो सुरजने पे उगे नहीं ठालोबस मीचे वाथ ते नुचालो संभाड़ीलागे नाठो भर जो आठ तमे जालोकहिदो सुरजने पे उगे नहीं ठालोबस मीचे वाथ तमे जालोकहिदो सुरजने पे उगे नहीं ठालोबस मीचे वाथ तमे जालोकहिदो सुरजने पे उगे नहीं ठालोकहिदो सुरजने पे उगे नहीं ठालोआजनो चांदलियो मन लागे बहुवालोकहिदो सुरजने पे उगे नहीं ठालोआजनो चांदलियो मन लागे बहुवालो