दिन उत्तर आईलो हमार मान पढ़ा आईलो सोंगे सुथेके मान पढ़ा आईलो
दिन उत्तर आईलो हमार मान पढ़ा आईलो सोंगे सुथेके माण पढ़ा आईलो
रात भर जागे निंदे गएल बा भागियो सर साथी के बल लो
बाक ू देख ओ न रो
हाँ हाँ दिन उत्तर आईलो हमार मान पढ़ा आईलो सोंगे सुथेके माण कर ता
रात भर जागे निंदे गएल बा भागियो सर साथी के बल परता
बाकी बाबे साथी एके दिना बाँजा
सुन शाकी तुई एके महिना बाँजा
अंगुडी पर गिन गिन दिना बाँजा काती ले हो
पियाबा के जबहीं पकिया साथी ले हो
जुल्मी जवानी यह सबता बाताने
सेजे बाला बाजा न भीले पाबाताने
कहिए के दुखा बाई आपने बाती ले हो
पियाबा के जबहीं पकिया साथी ले हो
रोही ले पे चाइन चाइन मिले ना ही दील के
केओं ना ही बूचें जागी भीतारी के भील के
लोग भवानी बातीया चाइती ले हो
पियाबा के जबहीं पकिया साथी ले हो
रोही ले पे चाइन चाइन मिले ना ही दील के
केओं ना ही बूचें जागी भीतारी के भील के
लोग भवानी बातीया चाइती ले हो
पियाबा के जबहीं पकिया साथी ले हो
अले बेलाय आशो के डाटी ले हो
पियाबा के जबहीं तकिया साथी ले हो
धिने उतारायल हमार मन पग़ा रायल
संगे सुते के मन करता
रात भर जागे नदे गायल बाभागी आशो
साधी के पलपरता
बाकी बाबे साथी आके दिनावा
सुन साकी तुयेके महिनावा
अमुडी पग़िन गिनी दिनावा
काटी ले हो
पियाबा के जबहीं पकिया साथी ले हो
जुलमी जवानी यह सबता बाताने
सेजे बाला माजा ना मिले बाबाताने
कहिये के दुखा बाई आपने बाती ले हो
पियाबा के जबहीं पकिया साथी ले हो