एक सुत्री सी छोरी वात टैल करती अफसरान भी वात फैल करतीमैं होया बेहोस मने आया नहोस हाद सावा छोरी मेरी गल करगीखोरी आथ पड़कार खुड़का न खुड़का आख्या के दुनाली था फैल करगीवा फैसन किलाड़ी रा बांधरी साड़ी देखन में अंडी नाथी गात की वाड़ीवा फैसन किलाड़ी रा बांधरी साड़ी देखन में अंडी नाथी गात की वाड़ीवा भूली न जाती रा दिखे से आंधी से छोरी का वा पुरा हाल करगीहोरी आँथ पड़का रे कुड़का न दूड़का आँखा की तुनाली था फैल करगीवा दिखन में पूट मन करगी रा मूट बहुआला यो होया कंफ्यूसवा दिखन में पूट मन करगी रा मूट बहुाला यो होया कंफ्यूसहोरी आँथ पड़का रे कुड़का न दूड़का आँखा की तुनाली था फैल करगीवा दिखन में पूट मन करगी रा मूट बहुआला यो होया कंफ्यूसहोरी आँखा की तुनाली था फैल करगी रा मूट बहुआला यो होया कंफ्यूस