ए राजे जी
कहा हो
कहा हमके छुड़के जाएब जी
अच्छा
रवा बिना हमरा मान लागी
अच्छा ता का करबू
कमाई खाती तो बाहरा जाएगा परी ना
सुनी ना एजे कुछ कमाई के जोगाड करी ना
एजा का करी कुछ लोग को ता
गाव रोही के तु टेंपू ए चलाई ता राजा जी
गाव रोही के तु टेंपू ए चलाई ता राजा जी
हमके कुरवां में रोजे सुताई ता राजा जी
देखा जिद ना करे के
आज हमने के दूग बनी जाए
तल चारगो फ़व्जा कैसे खाईली बतावा तूझे
हाँ मुझे ना इखी जाना
ओ हो
जदी जाई बना कमाए बहारावा धानिया
बोला खाई बुहु का घोर में घेवाड़ावा धानिया
प्यार के कादन के
दिल की कलम से
पहली बार समाम लिखा
मैंने सद्ध महेबूब के लाव लिखा
हमके कुरवा में रोजेत तोई ता राज़ा जिन
बोला खाई बुहु का घोर में घेवाड़ावा धानिया
अभि ज्गहाल करने में
हटा हुआ हो
मेजूम पले में
हेलो
हेलो
पोड़ दो
हो
पोड़ दो
पोड़ दो
अब वहीं मौरा बाटे से जपलोती आये के
रहुआ ता बाई धैले बाटे नू कमाये के
एल जी हमके रुपया पैसा ना चाही
बस रहुआ हम राखिया के सोझ हरे
और हमके कुछ होना चाही जी
अखिये के साझा कुछ कमाई ता राजा जी
अखिये के साझा कुछ कमाई ता राजा जी
हमके कुरवा में रोजे सतैता राजा जी
हमके कुरवा में रोजे सतैता राजा जी
हमके कुरवा में रोजे सतैता राजा जी
छोड़ी कहिले छोड़ी कहिले छोड़ी कहिले रे
अच्छा ही बताओ
का?
सालो भराम के कोरे में सुताइबू
तर डाल, रोटी या सवक सिंगार कहा सकोर नहीं
बे, रोवा हमरा के धेर इमोस्टल बलक मिलना करें
बढ़ाल जिम्मवारी हमके कोरे में सुताइबू
सवक सिंगार, डाल, रोटी कहा पहिबू
सवक सिंगार, डाल, रोटी कहा पहिबू
सवक सिंगार, डाल, रोटी कहा पहिबू
बढ़ाल जिम्मवारी हमके कोरे में सुताइबू
सवक सिंगार दाल रोटी कहा पहीबू
धरंबिर बिशाल ना आवडवा धानिया
बोला खोई बूह का घर में घेवडवा धानिया
हम के खोई बूह का घर में घेवडवा धानिया
अर नहीं मन्गू का
अर नहीं मन्गू का
अर नहीं मन्गू का
ना जैंगी को