हम आज सूर्य भगवान का गुन गान गाएंगे
उनकी गाता गाएंगे
सूर्य देव की महिमा की हम कथा सनाएंगे
हम आज सूर्य भगवान का गुन गान गाएंगे
विश्व कर्मा जी की पुत्री थी जिनका नाम ता संध्या
सूर्य देव के साथ बड़ी धूमदाम से हुआ विवा
सूर्य देव है तेज़िवान संध्या बड़ी ही कोमल
तापस सूर्य देव के वो कश्ट सहे हर पल
लेकिन सूर्य देव को कुछ बोले न पाती थी मैया
भले कश्ट सहे पर पतनी का धर्म निभाती थी
संध्या देवी से सूर्या को हुई तीन संतान
वस्वत्यव यमना देवी और यमराश थे उनके नाम
इससे आगे का किस्सा हम तुम्हे सुनाएंगे
हे सूर्या देव भगवान करना सबका कल्यान
हे सूर्या देव भगवान करना सबका कल्यान
संध्या देवी के कश्ट से लेकिन कमी नाई
अभी तेज वो सूर्या देव सहन न कर पाई
सोचा संध्या देवी ने कोई तप किया जाए
तेज सूर्या का कुछ कम हो या मेरा बढ़ जाए
संध्या देवी ने अपने जैसी बना दि परचाई
रखना दियान सूर्या देव का बाते समझाई
विश्व कर्मा पेता के घर में फिर से वो आई
हे सूर्या देव भगवान करना सबका कल्यान
हे सूर्या देव भगवान करना सबका कल्यान
हे सूर्या देव भगवान करना सबका कल्यान
फिराला छाया गर्म में शनी देव का हुआ है रंग काला
देख सूर्या देव को हुई उनकी बड़ी चिन्ता
हे सूर्या देव भगवान करना सबका कल्यान
हे सूर्या देव भगवान करना सबका कल्यान
एसा काला पुत्र मेरा तो हो ही नहीं सकता
सूर्य देव इस पुत्र को अपना ही नहीं सका
शनी देव से सहन हुआ ना पिता का ये अपमान
सूर्य देव को ना था ये शनी शक्ती का ग्यान
शनी देव ने सूर्य देव पे किया अपना पर को
उनके घोडो की चाल को भी दिया शनी से रो
वक्र दिरेश्टी पड़ी शनी की निर्दनी सार्थी हुए
फिर रोगी हुए सूर्यदेव से जिसके कारण बेचैन हुए
रुकी चाल सूर्यदेव की चागयांद का
हे सूर्यदेव भगवान करना सबका कल्यान
हे सूर्यदेव भगवान करना सबका कल्यान