सुनो रमजान की दासिता को सुनो रहमतों का बया है बया को सुनोलड़का था एक शहर में जो हुसन बेमिसालकम सिन था जिसकी उम्र थी समझो के साथ सालरमजान के जो चान्द पे उसकी नजर पड़ीउसके भी दिल में रोजे की एक आरजू जगीरोजा रखूँगा मैं भी ये मां-बाप से कहासहरी करूँगा मैं भी जगा देना तुम जरासुनो रमजान की दासिता को सुनोरहमतों का बया है बया को सुनोरहमतों का बया है बया को सुनोलड़के की बात सुन ली मगर कुछ नहीं कहालड़का सुभा उठा तो हुआ उनसे वो खफासमझाया माने बापने ऐ मेरे गुल सितारोजा नहीं है फर्ज अभी तुझ पे मेही जाँनन्ने से दिल को बात का सद्मा बड़ा हुआमा से कहा कुरान में कहता है ये खुदारोजे की भूख प्यास जो हस्ती उठाएगीउस रोजेदार को ना ये दोजख जलाएगीकुरान जिसमें उतरा सुनो वो महीना हैतौबा कुबूल करता खुदा वो महीना हैसुनो रमजान की दासता को सुनोरहमतों का बया है बया को सुनोआई जो सर पे रात तो वो जागता रहासहरी भी कर ली चुपके सेखुश होके सो गयाउठा सुबा तो मां से कहा सारा माजरामाने बड़े ही प्यार से फिर उससे ये कहारोजा ना रख सकेगा ये जिद छोड़ मान जादेदूंगी अपना रोजा तुझे मेरे दिल रुबातोड़ूंगा मैं ना रोजा कभी कुछ ना खाऊंगाआखिर खुदा को किस तरह ये मूँ दिखाऊंगामाने कहा के भूक लगी होगी लाडलेगर्मी है तुझको प्यास लगी होगी लाडलेकहने लगा के चाहे जमी पर हो आफतापपानी का एक कतरा भी पीना बड़ा अजापसुनो रमजाने की दासिता को सुनोरहमतों का बया है बया को सुनोआई जो सर पे रात तो वो जागता रहासहरी भी कर ली चुपके से खुश होनातो के सो गया उठा सुबा तो मां से कहा सारा माजरामाने बड़े ही प्यार से फिर उससे ये कहारोजा न रख सकेगा ये जिद छोड मान जादे दूँगी अपना रोजा तुझे मेरे दिल रुबातोड़ूंगा मैं न रोजा कभी कुछ न खाँगाआखिर खुदा को किस तरह ये मूँ दिखाँगामाने कहा के भूक लगी होगी लाडलेगर्मी है तुझको प्यास लगी होगी लाडलेकहने लगा के चाहे जमी पर हो आपतापपानी का एक कतरा भी पीना बड़ा आजापसुनो रमजाने की दासिता को सुनोरहमतों का बया है बया को सुनोअल मुक्तसर जोहर जो गई आ गई असरवो प्यास जान ले गई पत्रा गई नजरमाने कहा के हाई मेरा लाल चल दियाइफतारी जो बनाई थी वोभी नखा सकारोजे का वक्त हो गया लेकिन कहा है वोअब तो खुदा की राह में आखिर रवा है वोइतने में एक फकीर ने आकर ये भी सदामैं भी हूँ रोजदार के ले लो मेरी दुआजो कुछ भी पास हो मुझे खाना खिला येमातम ये कैसा है जरा इतना बताईएआखों से आशुओं का जनाजा गुजर गयामा बाप दोनों बोले के बच्चा ही मर गयाबोला फकीर मुझे को खुदारा बताओ तुमलाशा कहा है बेटे का मुझे को दिखाओ तुमसाइल ने लाश देख के क्या जाने क्या पढ़ामुर्दे के दिल पे हाथ रखा और दी सदामासूम रोजदार के अब रोजा खोल तुमकब तक यू छुप रहेगा जरा मुझे बोल तुमइतना ही सुनके बच्चे ने फिर आख खोल दीमामामता की मारी थी उससे लिपट गईसाइल नहीं था वो था फरेश्टा खुदा का थाबच्चे को जिन्दा करके जो रूपोश हो गयाआती है इम्तिहान की इंसान पे घड़ीअल्ला पे जान दे दे वो मरता नहीं कभीमरता नहीं कभीमरता नहीं कभीमरता नहीं कभी