सनलो विन्ती मेरी हनुमान तेरे चर्णों में लाया हूँ
सनलो विन्ती मेरी हनुमान तेरे चर्णों में लाया हूँ
तुम हो दाता मेरे प्रभूजी हर पल तेरा अध्यान करूँ
ले लो मुझ को शरण हनुमान दर पे शेश जुकाया हूँ
सनलो विन्ती मेरी हनुमान तेरे चर्णों में लाया हूँ
दर पे तेरे देना ठीकाना बूरे करम से मुझ को बजाना
ले लो शरण हनुमान सारे जग का सताया हूँ
सनलो विन्ती मेरी हनुमान तेरे चर्णों में लाया हूँ
सनलो विन्ती मेरी चर्णों में लाया हूँ