सुना सुना मोर विंती बिंधा चल देवी मईया
सुना सुना मोर विंती बिंधा चल देवी मैया
दुबत भव सागर मा तु पार लगादा नईया
ओ मोरी मैया
सुना सुना मोर विंती बिंधा चल देवी मैया
दुबत भव सागर मा तु पार लगादा नैया
चैत महिनवा माहे मैया जब सिंगार करेलू
जब सिंगार करेलू पापी हो खेया हो सेवक सब से प्यार करेलू
सब से प्यार करेलू यहे समता आवेले कुल देवी यही जब भव लगादा
हो मोरी मैया हो मोری मैया
सुना सुना मोर विंती बिंधा चल देवी मैया
दुबत भव सागर मा तु पार लगादा नैया
राक्षस भूत पिसाच दैतवा तोहरे नाम से कापे
एक ही चण मा तुहरे दर से सब का रुगवा भागे
यहे से सगरो घर मा होले माई तोर कुझईया
हो मोरी मैया हो मोری मैया
सुना सुना मोर विंती बिंधा चल देवी मैया
दुबत भव सागर मा तु पार लगादा नैया
माई का जब पड़े नजरिया राई परवत हो ले
प्राणी संग पंछी भी मैया तुहरे नमवा बोले
जिनगी सपल होई धन्वा माई कहोई जईहा
हो मोरी मैया हो मोری मैया
सुना सुना मोर विंती बिंधा चल देवी मैया
दुबत भव सागर मा तु पार लगादा नैया
हो मोरी मैया