ए फुलजरी राणी, अरे जवानी के भरफूल सील लेके, कहा जात बातू
अरे सिलवा पे अपने चटनी पिसाईबू, सील तो पूरा चोख बा
खूब निमन से चटनी पीस देई
चूप रहा, सील से तोरा का मतलब बा
जे के हमें नीक लागी, वही से चटनी पिसाईब
तू जा, बजार में बहुत सिलवा
अरे सुना गोरे की, रसेदार मोटे की
अपने सिलवा पे चटनी पिसाईबू हमसे
अरे सुना गोरे की, रसेदार मोटे की
अपने सिलवा पे चटनी पिसाईबू हमसे
जा जा जा जरेला, तु बात का करेला
निखा में जेला, गीपी साईबो से
देखे में हम बटी काला
दिल के बादी निराला
देखे मیں हम बटी काला
दिल के बादी निराला
ज़वानी अकेले, बी दाईब कैसे
ज़वानी अकेले, बी दाईब कैसे
कैसीलया पन देखा, पीसी ला कैसे
ज़वानी अकेले, बी दाईब कैसे
कैसीलया पन देखा, पीसी ला कािसे
हर ज़वानी बड़ा चतकडार
उपर ніझे सभा रस्तडार
हर ज़वानी बड़ा छतकडार
उपर निझे सभा रस्तडार
बाद करे लू बिलकुल, अडे ऐसे वैसे
बाद करे लू بالकुल , अडे ऐसे वैसे
न देखो खळाधी, पीटबो गईसे
अरे सुनह को रकी, अरे जाा झा झा झहा ड़ेला
अरे सुनह को रकी, अरे जाा झा झा झहा ड़ेला
अरे सुनह को रकी, अरे जाऔ जाओ झा झहा ढेला