राम जीने गड़ फुर्सत सोदा धास बनाई रे
देख करोनक छहरे की ना होती गात समाई रे
तेरे चड़ायों सा जवानी का बनी जान का गाला रे
तरे गोले गात पैठें जै सूटी ओ छप पे आला रे
रे बासडे आले की नीदवा लूट की मिठी बोल के
कर लेने दो बातर बेरन दिल के फटक खोल के
फोया दिवाना हैंमत रही आगाम दोलतपूर आला रे
तरे गोले गात पैठें जै सूटी ओ छप पे आला रे