दिन को रात कहेगी तो मैं रात कहूँ
तेरा दिल दुखा दे जो ऐसी ना बात करूँ
एक शिकल नी माथे पे ना आए मेरी जान
ले लूँगा तेरी सारी बलाए मेरी जान
तेरी आई मैं मर जाओँ आ जिनदे डी नाम तेरे कर जाओँ आ सोने आ
तेरी आई मैं मर जाऊं आज दिन नाम तेरे कर जाऊं
क्या वो मोहबत जिसका हिसाब लग जाए बोले वो तो लगे के रबा बच जाए लड मरेंगे लोग आग लग जाए चेहरे से तेरे जो नकाब हट जाए
वो सवाल कोई भी तू जवाब लगे बचपन की कानी तू कोई खाब लगे तेरा दल जो दुखाई उसे पाप लगे प्यारे इतनी तू मुझे पंजाब लगे
वो फराज की किताब पढ़ती है वो देटलियां साथ रखती है मेरे दुनिया अबार लगती है जब कंदे पे मेरे वो हाथ रखती है इस प्यारे को खोने नहीं दूँगा तुझे खुद से जुदा मैं कभी होने नहीं दूँगा
खुशी के आँसू और बात है लेकिन तुझे को मैं वैसे कभी रोने नहीं दूँगा
तुझे से पहले ना कुछ था ना बाद तेरे चाहिए कक भी नहीं जो तू है साथ मेरे
मेरे हाथों में लगती रे नाम की तेरी दिन पेरे
जिंदगी ये किस काम की मेरी
तेरी आई मैं मर जाओं जिंद डी नाम तेरे कर जाओं सोने आं
तेरी आई मैं मर जाओं जिंद डी नाम तेरे कर जाओं सोने आं
तेरी आई मैं मर जाओं जिंद डी नाम तेरे कर जाओं सोने आं
ओ सोने आ तेरी आई मैं मर जाओंगा जिन्दी नाम तेरे कर जाओंगा सोने आ ओ सोने आ
ओ सवाल कोई भी तू जवाब लगे बचपन की कहानी तू कोई खाब लगे
तेरा दिल जो दुखाई उसे पाप लगे प्यारी इतनी तू मुझे पंजाब लगे