सल्वजार युजिन राजर दोनालीह
प्रश्यादावाद प्रश्यादावाद
प्रश्यादावाद
प्रश्यादावाद
प्रश्यादावाद
प्रश्यादावाद
प्रश्यादावाद
प्रश्यादावाद
प्रश्यादावाद
प्रश्यादावाद
प्रश्यादावाद
आशिकाने अपना धर्बार सजाना आये सोन सर्कार लाये असाज़शिन वनानाए
आशिकाने सर्कार लाये असाज़शिन वनानाए
रब करे फजल ते तेरे खुशीया मनाया कर
रग वी लावे सुन जन्दे तू भी लाया कर
रग करे फजल ते तेरे खुशीया मनाया कर
रग वी लावे सुन जन्दे तू भी लाया कर
रह्मतां दा रब ने
अजमी वसोनाए
सुन सर्कार लाये असाज़शिन वनानाए
नात नभी अपने खोटां पे सजा के ते
अपने हाँकानू फिर जन्दे बना के
ते हो गज़ वजके असा नारालानाए
मर्हाबान सुन सर्कार लाए असाज़शिन वनानाए
मर्हाबान सुन सर्कार लाए असाज़शिन वनानाए
अरशिया फरशियाने अज सेरे गायेने
देन मुबारक लेई
नभी सारे आये
अरशिया फरशियाने अज सेरे गायेने
देन मुबारक लेई नभी सारे आये
आमिना दे घर अज
सर्दार ने ओनाए
मर्हाबान सुन सर्कार लाए
असाज़शिन वनानाए
आमिना दे घर
विचे आकाद जहूर होया
आया सोहना दे फिर जगनूरो नूरे होया
नूरी सिकंदर सब आकाद घरानाए
आकाद घरानाए
सुन सर्कार लाए असाज़शिन वनानाए
मर्हबान सुन सर्कार लाए असाज़शिन वनानाए
आशिताने अपना
दर्बाल सजानाए
सुन सर्कार लाए असाज़शिन वनानाए
मर्हबान सुन सर्कार लाए
असाज़शिन वनानाए