असतमल परदेश ना वज़व हो वैसल सुन्या जाही
तू ना बोले मेरी पई निबसी एक रह पिया यार इथाई
तपदा तंदूर ओवे मेरी दिली नहीं आथी सोडा एक ही तो दूर ओवे
मैं मनता मन दरबारा तू लईयते सोहने दियां बाही
बली ना लुखो पितियां हुणे क्यों छुडेना एजा मनता मैं नहीं दितियां
हुणे क्यों छुडेना एजा मनता मैं नहीं दितियां
मैं मनता मन दरबारा तू लईयते सोहने दियां बाही
कलहा छोडे के तुर दाए वासफनो कह दितियां यार सलाई
बदला चिचान वैंदाए चिटा कूड होवे बेली घैरां दी मान वैंदाए
कद दरवल सो सोड़ा सबना मतन साझे पुरारी मांगे
दाडानु पापांदी कसम पुरांदी ये राती नीदर नहीं है
कसम पुरांदी ये यो राती नीदर नहीं है
कहत दन्वल सोन सोना सावना
मतन साले गरीबांदे
दन्वल सोन
गलरेत ते तेरा ना लिख बैठा
मोरे अदब तू मिट नहीं आया
यक लखत हवा हो तेज गई
मैं हर मुमकन वासलाया
करे ओला कंब दे हथा दा
की ते साई तरले पछताया
बे दर्द वलोने आजाँ शफकत तेरा रे तुना पिताया
कोलच दे ही माया
अखीं दे हों दिया कोई जी सिदा नहीं माया
सोडा सावला थी गिया राही
तीर मार्या जानी बे जाँजी
लिखी किसमत मेरी जी जी आही
असा छेरिया नसीबां ते के दर्वली सो
पर्देश दिनाहा सहावा तू बाचवन
मेरा नित दा ढोल मुसाफिर
उठे कैंजे नाल ना दिल लामे
दिल कैकी हों दिन काफिर
पर्देश दिनाहा सहावा तू बाचवन
मेरा नित दा ढोल मुसाफिर
उठे कैंजे नाल ना दिल लामे
दिल कैकी हों दिन काफिर
पिया मैं कुई मरजी नाल तू रेना
हो वी रब साईहाँ फिदनासिन
सारी उमर हया तूनू दुखदारासिन
तेरी संगत तू रहना कासिन
सोडा सावदा मुख ना मोरी
लगी हुई प्रीत जानी तू ना तोड़ी
होले होले जखम कुई तू ना चोली
जखम दुख दे मरीलां दे
कै जनो लिसो
सोडा सावदा कै जनो लिसो
परदेश दी परदेश दी नास हवा तू बच्वन
मेरा नित दा ढोल मुसाफिर
उठे कै दे नाल
ना देल ना वे
देली कै कै हो देल काफिर
पिया मैं कोई बरजी ना लट ले ना
हो भी रब साई हाफ़िद नासिर
सारी उमर हया तूनू दुख दारा से
तेरी संगत तू रहना कासे
साविल सुक गये
साविल सुक गये
हून जी कै के करने
सारी तांग जुपक गये
जी कै के करने
जी कै के करने
जी कै के करने
जी कै के करने
सारी तांग जुपक गये
सरकार उठ पार झगाया कर
त्राइवारी आखे आसू मेरी वस्ती ना आया कर
त्राइवारी
त्राइवारी आखे आसू
मेरी वस्ती ना आया कर
सोना सावना कि थूग यो चल
रो रो एक्हियां जानी करी गये चल
पैड़ी मरी जी बल भवे न बल
असा छेर या नसीबा के केदर वल सो
सोना सावना केदर वल सो