सोचू
तुछको जानू
खामोशात में क्यू ना कुछ करे
दुन्दे
जोने बाते
जैसे आगे क्यू ना पुछे
दिली सेख राहाई ख्या रही है तेरी कबों की
दिल में वेराखर तुने जोने संद़ही दे दी
संजेरे अपनों गई
प्राशनी मुझे मिल गई सुन पाऊं तेरी अवाद
पाऊं तुछ को बीच जानू तेरी क्या है मरसी धड़कंड में गुँजे तेरा नाव
सोचू तुछ को जानू
खामुशाते क्यू ना कुछ कहे
दिल में जो हैं बाते
जैसे लागे क्यू ना पुछे