सोची सोची के दिल मेरा रोता है
सोची सोची के दिल मेरा रोता है
बुलून कैसे बुला दिया उसने
याद आये उसकी रुला दिया उसने
भूलून मैं कैसे बुला दिया उसने
याद आये उसकी रुला दिया उसने
जागू मैं रात को जब जग सोता है
सोच सोच के दिल मेरा रोता है
सोच सोच के दिल मेरा रोता है
दर्द दिया है उसने ऐसे जमाने से भूल ना पाऊंग मैं लाख भूलाने से
दर्द दिया है उसने ऐसे जमाने से
भूल ना पाऊंग मैं लाख भूलाने से
हर घड़ी याद उसकी आती है
सोच सोच के दिल मेरा रोता है
सोच सोच के दिल मेरा रोता है