मेरी गली के स्लम में छोटे से बड़ा या काटता फ्रान
जादा जो बोले तो एक बार ही करिया पे लैंड
समझेगा नहीं तो मथे पे मारूँगा लैंड
दिखेगा तुझे मेरी हुटका या अपना ही स्लैंग
तेज चलने वालों को पकड़ के पेल देती गैंग
हर गली चौक पे फैल रखी अपनी है स्लैंग
जॉइट पे जॉइट लेते है खीच के सिस्टम भी कर देते हैंग
दिल्ली पिच्चर तरकी मेरी या अपनी ही स्लैंग
मेरी या अपनी ही गैंग
लगबचे नई सीड़ा हाथ चलते हैं
मेरे लोड़े पे बैट तूझे टॉप कराते हैं
टॉप को यहाँ पे हम टोबा पिनाते हैं
फू के जो ज़्यादा तो जल व्यार का माल पिलाते हैं
मिन मिन मे लड़के यहाँ काम फाडते हैं
पच्ची से बानवी की फिलम बनाते हैं
डेली की डेली या नए नए बीटी
मुझ में है बीती
डेली में पीता भी डेली में जीता भी
वैसे मैं चीता भी जादा जो बोले तो चीर
मैं देता भी तेरे पास 25 से मेरे पास 36 काम
डेली मेरे होमीस के साथ
बच्चे बच्चे गैली में खेल रहे हैं चुंगी
कोई खाजी प्लॉट पे ले रहा है दवा सुनकी
समझा लो जितना भी करता है मन की
दिमाग पुरा सन की बस आदत है बन की
ऐसे ही चलती जिनगी
यही है सलम की जिनगी
मेरी गैली के सलम में
चोटे से बड़ा या काटता फ्रान
जादा जो बोले तो एक बारी करियां पे लैंड
समझेगा नई तो मत्या पे मारूँगा लैंड
दिखेगा तुझे मेरी हुटका या अपना ही स्लैंग
तेचले वालो को पकड़ के पेल देती गैंग
हर गली चौक पे फैल रकी अपनी है स्लैंग
झुट पे छुढ लेते हैं कीच के system भी कर देते हैं यून
दिली 75 की मेरी है अपनी ही स्लैंग
मेरी या अपनी ही गैंग
मेरी या अपनी ही स्लैंग
मेरी या अपनी ही गैंग
मेरी या अपनी ही स्लैंग
मेरी जगह बेटा आके देख मेरे स्लैंग की चलती है अलगी बातचीद
हाँ दिखाने का थी कोई दिखाता है नीचा
और कोई दिखाता है ऊपर लगी रहती है
यहाँ पर हार जीत
हाँ दिल्ली के स्लैंग को लाए हैं टॉप पे
दिल्ली का स्लैंग रहता जवान पे
बोले बेखौफ है
मेरी गली के स्लम में
चोटे से बड़ा या काटता फ्रान
जादा जो बोले तो एक बारी करियां पे लैंड
समझेगा नहीं तो मत्या पे मारूँगा लैंड
दिखेगा तुझे मेरी हुटका या अपना ही स्लैंग
तेज चलने वालों को पकड़ के पेल देती गैंग
हर गली चौक पे फैल रखी अपनी है स्लैंग
जोड़ पे जुन लेते हैं खीच के सिस्टम भी कर देते हैंग
दिल्ली पे चत्र के मेरी या अपनी ही स्लैंग
जोड़ पे जुन लेते हैं खीच के सिस्टम भी कर देते हैं