जिहां आप सब सुन रहे हैं
अवध की होली सिया होरी खेलत रभुवर संग्जि
जिस गीत को अपने सुमधुर स्वर्ष से सजाये हैं
रभी शंकर मिर्दूल जी और गीत संजे सनेही
संगीत विजै सिंग्जि
तो सुनिये Team Film present,
Siya Hori Khelat Raghuvar Sangh
भगुन आयो है लेकर रंग
भगुन आयो है लेकर रंग
Siya Hori Khelat Raghuvar Sangh
फगुन आयो है लेकर रंग सिया होरी खेलत रघूबर संग
जोगीरा गावत वध्वासी बजावत मजीरा धोले मरदं
लगने लगी सब की रंगो से छलकती उमंग यंगो से
हुआ मन महुआ जस मीठा जुमे सब भंकी तरंगो से
सभी आज हो गए मस्ते मलंग सिया होरी खेलत रघूबर संग
अभुने आयो लेकर रंग सिया होरी
खेलत रघूबर संग
अवीरा लेके कंचन खाल रंगी है सिया रघूबर के गाल
कनकी पिछी कारी भर के गुलाल रहे रघूबर सी अतन पे उचाल
रहे रघूबर सी अतन पे उचाल
नमन रभी संकर सने ही करें पी के दूज़ी वाली हंग
आगुने आयो लेकर रंग सिया होरी खेलत रघूबर संग
मगुलने आयो है लेकर
रंग सिया होरी खेलत रघूबर संग
मगुलने आयो है लेकर रंग सिया होरी खेलत रघूबर संग
मगुलने आयो है लेकर रंग सिया होरी खेलत रघूबर संग
Đang Cập Nhật
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