ये देखा कोईले रे
आमा की डाले में चड़की फूतो बोले
कहे तोर जवानी है सोला बरस के समल समल के चल बे
कहे तोर जवानी है सोला बरस के समल समल के चल बे
समल समल के चल बे ओ रानी समल समल के
कहे राती जो सपना मावत रहे थे ओसे समल के रहे बे
तोर जवाना जो घबरावत रहे थे ओसे समल के रहे बे
समल समल के रहे बे ओ रानी समल समल के
कहे बाले उमरीया चीकंड़ा गरीया फिसल के तै गिर जावे
विक्टूराम तोला डाल ही दाना जाल में तै फस जावे
समल समल के चल बे ओ रानी समल समल के
ये दीखा कोईली रे पत ये दीखा कोईली रे चिफ ये दीखा कोईली रे