भईया हम गायक विकास तिवारी
एह नवरातर में
दुरुगा माई से एगो भक्त कहता गोहार करता कि
हे माई दिनों पे दिन एह दुनिया में एह
संसार में पाकिस्तान के आतंक चरम सीमा पेबा
ओसे महौल और समाज भी खराब होता
हे माई
अब की बारी तुही एगो अवतार लेके आवओ आफेर से यह धर्ती
पे धर्म के अस्थापना करओ कौना भाव में कहता भाईया
धर्ती पपा पबढ़ हल जाता
पाकिस्तान के रखी हो सालामत माई
रखी हो सालामत माई सीमा पर ज़्यावान के
तकी हा सलाप अदमाईं सीमाप जाने तकी हा तरामत आईं
विकार मैं भारत के भगती देशवा के
राख्षा कोरे खातिर देदो सकती
जैं मैं अगरी कौला सुविकार मैं भारत के
भगती देशवा के राख्षा कोरे खातिर देदो सकती
माटी हिंदुस्तान के हो
किरिष्ण यवर राम के
रखी हा सलामत माईं
सीमाप जावान के
रखी हा सलामत माईं
लेके आवतार लेके आवतार लेके आवतार एक बर
यदित्रुमाई हो भुमताले देशमे आतंकी का साई हो
पोंक reached
रखी हो सलामत माई,
सीमा पर ज़वान के रखी हो सलामत माई,
धरती पपा पबड़ हो,
जाता पकिस्तान के
रखी हो सलामत माई
रखी हो सलामत माई, सीमा पर
ज़वान के रखी हो सलामत माई,