लग मेरा कहिंदा जितरी तू दुनिया
गम मेरे कहिंदे ते जूझे बेट लाई
नाम है सिर्पो मुसेबाना तो क्या खान पूराने रहा?
देरे गम बती बोरते ले काई कार
बैठे कार विच मेरे जोनों में जे यार
पूरी ये बात खान पूरेंदे बंगे जान जालेंदे
असी बैठें आंबर खायां बंदे उच्छने नी देंदे
आओ गैंग साइन हँखाना थिरो करता
हँखाना इंदिला इंदे करेंगा विजे
आओ बोरवा कुछ बामोंत तू की आँखडे
नोखान दादी आँगे बिंगे बावले कौम दे
आओ मिंटो मेंट पाटना तुँ हास बली
किरा कारठाइर धेंग मैनू दास बली
ताड़े मैट्रेच चे आँधी नापलास बली
कारठाइर धेंग किरा धास बली
मैंने दैड़े चे आँधे तु हास बली आगिया
पड़के नी तैनू कदे बेल बैज़डा
दिल दे करीब चोक राउन सिर्टे
चुती तैरांदी पड़ाले जड़ा पले वरी नी
लिख मेरा कैदा जितनी तू दुनिया
काम मेरे कैजे तैनू जैल बैज़डा
जड़ा
गट गेंग नी बनाओंडे गेंग रण करतू
रेप ने रख जिया चारते तो चारती नी
जथे जाल दे रखाने पूरी लहर पड़तू
बंदी जिगर याल या साडे नाल खारती नी
देन ताल दे ही दोजे शुरू देन बली
गेने ठाकने बंदे ते नाल तू केन बली
कोया पैल पुना करते नू चिर बली
विंट लागदा नी खोल दे ये सिर बली
लक मेरा कहेंडा जितनी तू दुनिया
काम मेरे कहेंडे तैनू जैल बैज़डा
पहले आदे लेही आईफोन रखिया
तुझे आली रखे आब लेक बैरी नी
आने नौन नत ताया अंटाटी सोड़ी ये
जदो जीनू हुटा गित दैल बैज़डा
नी ये बंदे बंदाने तेरे कौम देया शैर बैर
पट देया जितने उठे पईदा देसे बैर
हैर फर पाड़ जेब तेरे पूक देया यार तु
काले शीशें कराए पहलो काली कार तू
जान दात रास केज दोभी जट जावे मारत
खेड मकाई जट पहली सार तू
हूँ लक मेरा कहना जितनी तू दूनिया
काम मेरे खैंदे तुझे जैर बैज़डा
आह पूटा पूटा पूटा पूटा पूटा
अपने जल्ल देने मोड़ तू घिटाउं दे पोत्री
शहर तेरे पामे साडा नापोछली
चलूडा है पौपिलते तेरा यार
उदो मोड़े नाल मुड़ा जूड़ करे यार
मेरे डाबवती बोर थेले काली कार
आह बोर वां कुंजेरा मात बुंगी आग डे
बोलांग का लोकां बादीये वे बिगे बोले कुम दे
मेरे बादां से दू कुमे कला गटी ते आ
हुख भी सीटी अपने बाइके रह ले कुम रहे
जंगली प्रांप करे गूली अपनो रह मत्याम करे
सेंटर चित पिसता रुमाल
कुली पट पूरते आसर कुपे उदी मानक
असी ठोग रहे नी बंदा कदे टैम पानक
बंदा टाक लेने करों चाक लेने
मिलो आख लार रखी बाडे आख लेने
आने फिर शक बेंदे जे को करदा कदारी
जाडे नाल पद्धुधेर नाले यारी टोमे माडी
ओजी जट ओजी जट हुलीवुद्धी करता
पाड़ वाइड पहिंदी आने जीगा सोड़ी
उझ ता चड़ाई बड़ी ते यार दी
आठ चिले आच पहिंदी हतरी का सोड़ी
सालिट तबाही दोड़ों कठे काते
सी अबने पढ़ा के कैसा वेल पेज़ना
लक मेरा गाईना जितनी तू दुनिया
सब मेरे गड़ें ते नूट
गड़ी त्याम करती पूरी उत रहम त्याम के
सेंटर चित ते सार मालम
निपट करते आसरक पेओं दी मानक
असी ठोगते नी बनदा कदे टैम बानक
के नी बनदा डक लेने, करों चाक लेने
बिलो आख लार रखी बाड़े आख लेने
आने बेरे शाक बहिन दे, जे को कर दा
गड़ारी जाड़े नाल पत बैर नाले
यारी दो मैं बाड़ी