शाम खाटू वाले
आये तेरी द्वार बबा सुनले पुकार घर आजा रे
शाम खाटू वाले मेरे शाम खाटू वाले
शाम खाटू वाले मेरे शाम खाटू वाले
हम आये तेरी द्वार बबा सुनले पुकार घर आजारे
आजा रे शाम खाटू वाले मेरे शाम खाटू वाले
रोज निहारे राहे तेरे बाबा तुम जाने कब आओगे
रोज निहारे राहे तेरे बाबा तुम जाने कब आओगे
रोज निहारे राहे तेरे बाबा तुम जाने कब आओगे
घर में हमारे बने जो भोजन, आगर तुम कब खाओगे
घर में हमारे बने जो भोजन, आगर तुम कब खाओगे
ओरे ना देरी करो मेरे बाबा थोड़ा करे एहसान रे
एहसान रे एहसान।