तरसी ये नैना
बरसों से आज श्याम का दर्शन पाऊंगी
तरसी ये नैना
बरसों से आज श्याम का दर्शन पाऊंगी
गी भर कर मैं देखुंगी
किसमत हाँच जगाऊंगी
तरसी ये नैना बरसों से आज श्याम का
दर्शन पाऊंगी
सह प्रसी ये नैना बरसो से आद शाम का दर्शन पाऊगी
दर्शन की आस लगाई हूँ मैं दर्पे तेरे आई हूँ
मैं दर्पे तेरे आई हूँ
मैं दर्पे तेरे आई हूँ
आज शाम का दर्शन पाऊगी
तरसी ये नैना बरसो से
आज शाम का
दर्शन पाऊगी
तेरे नाम की बस दिवानी हूँ
मैं मेरा ना राधा राणी हूँ
तेरे नाम की बस दिवानी हूँ
मेरी लाज तू रख ले ओ कान हाँ
तेरी भजन मैं नित दिन गाऊँगी
तरसी ये नैना बरसो से आज शाम का दर्शन पाऊँगी
तरसी ये नैना बरसो से आज शाम का दर्शन पाऊँगी