आउन दीवी सजनी के बें राधी का पुरो
राधी का पुरो
एहे
वितीरे कोलों को बोली धोकातो देला
ख़दा घाटे धोका मारी बहारो कोला
वितीरे कोलों को बोली धोकातो देला
आउन दीवी सजनी के बें राधी का पुरो
एहे एहे
कुषन कर धरी दूती चलीले राधी का मंदीरे जाई मिलीले
देखी राधी का चंचले उठीले
फुजा धाली धरी आरती कोले जेप पकाई रहुलो हुली
नपादो जोई धुआ पानी पीरी मानी नी जे मानी नी
वितर कुपरी नेले राधी का
धेको हेला तजीगलो
मिलोनो आत्मा ठारे परो आत्मा देलीनो
बेनी नयने तीखी हेला जण्यो उत्पव्रुष्वी
करंती देवा गण अस्पंसारे उठीला हस्ते
आधा कुष्णो गाई
जाऊए जीवनो सुझणे
सुझणे गाई जे हरी भजणो सुझणे
तत्तो ज्याने बुझवा फ़ण्डितो जण राधा कुष्णो का अठूर्वा मिलनो
एपरी संपर्ग समाजे रहू पाकवा दुखवा
दूरभशा घुन्ती जाऊजे सवर्वा आत्मा भगवानो
सुन्या खटे रहू अभिन्ना नहें उसुझणे हई सुझणे नरता मरारंता
नहें सुझणे
तिला मदान
वो वो जो तरी बहा बहुत अच्छा बहुत जाओ आला है ये जण
चोर माले ने उच्छा तीके जो डोरूट जाया है तीक लागी
आई देखो ताय मदान प्रता छटी फुटे दमा
आई पुना दुश्ची की नी बोह बहुत दूरूट नी भेट परेचारामा
जेता बहले भेट परेचारामा आजी ने गया है आजी ने गया है छटमा बनचुगे
अच्छारमा काई छटी फुटे जोटकी आई पुट कुटी मंगल बारता
गोगश्टरू चंद्रो सेना आसे बुही गुरो सभारा
परे तोरे आसी हे लाथिया जाई तार्दुआरा
केके नाईन घरी है उचे मना घरी है उचे मना
जरका को बात खुला नाई काई भूली गला मर घर
गोगश्टरू चंद्रो सेना आसे भूली गुरो सभारा
बाबो इता काहिर पाँ पड़ीछ रेम्गा?
मुझे भी तो खलता लागुचेबा काहिर पाँ चेइटा?
उड़ा घर भीतर गजेचेबाला लागुचेबा?
हाल सबव सते जनी करी सते नुझीला कोवाटो कणा
घर मोझाती सुइथे पड़ूआच सते जना
चंद्रो सेना पड़ूआच सते जना
यदमाखला घर केमर बुढ्याला
घर केमर बुढ्याला
हीतरसे
नरतमालेके नेमी जीवना तारा
गोगश्टरू चंद्रो सेना आसे भूली गुरो सभारा
बला से नामा गाव
चंद्रो सेना देखी हला चकीत छटो सिषु एतो सेनन्दसुत
राजिका बहिले परानो अधनो चिनीने पारूचो नन्दनन्दनगो होई गोलो के पागलो
या मभनन जाग छटो सिषु गोता प्रानो धनो प्रानो धनो गो
ताकु कोलो तथरे करणो प्रानो धनो गो