राईलो जानी देलू मतेलो बधा
राईलो जानी देलू मतेलो बधा
विश्वसत करू नाई,
विश्वसत करू नाई,
हांगीलू सम्पधा
राईलो जानी देलू
मतेलो बधा
मनारे भावी फ़री
राधिका पुरारे चली
देलू
मतेलो बधा
हे,
बोला कथा कुपाशोरी
परो करी ना कीशोरी,
कहेन रतमहीनो, कहेन रतमहीनो, कोलारे निदा,
सनी देलू
मतेलो बधा,
राईलो सम्पधा राईलो जानी देलू
मतेलो बधा,
उठो
आगोराशे सोरी,
को बाटो दियो फिराई,
के ते आखुले दाकुछी,
कुबान माली,
उठो उठो नोवीन बावदोरी,
के ते निद्रा जाये सकी,
उठो ज़हटाथी,
तुही राधा मुही कुष्ण,
तुझी बमुही परह,
सर्वगटे पुरी
यच्छोना ही ती भिरव,
तुही राधा मुही कुष्ण,
तुझी बमुही परह,
सर्वगटे पुरी यच्छोना ही ती भिरव,
तुही रजमिदो ब्रह,
ये ते निद्रा जाये सकी, तो भवना,
अपने पिला, ये निनी पर दाखना है,
पर तब उन्हारी सुईते भाल,
ये मा पकाल भाल नी देवा पुछा,
सुका भाल देवा,
तीन्दर के अखा बाहर दुबा,
ताहला उठाशी न पिला,
ये निनी,
ये जो तामर होरके किंगडेवी चेक गाया तकी देवा,
मा सोते के,
मा के नारे अच्छो,
जासी तो, इमा को लाड़ा चे, मा के गाय दा,
मा तुमन न काना,
मोरे नाहो के कृष्णजंड्रा मुझे न होन्दा,
जस्वदांगर पुछर दो,
बहुला,
मा तका नापर कृष्णजंड्रा,
हैं तके,
हैं तहले कोधारे पुछरमा,
हाँ, हाँ,
आगो राधिका बोलांती सुन, उनहे कुण्धेई,
पोछारूछी पस्णेको,
आगो पोछारूछी पस्णेको, वियोए बताई,