तिलक चड़ी ना हो, मुह बनाके जा हो
रोज रोज तु अरपे लैला हो, बड़ी बड़ी बातो तु कैला हो, चार्सो पीसा वका हो
तिलक तहे जिना लैला हो, खाली हाथ दुवैला हो, वाशिंग मसीन कहके गैला, कुलर ना चड़ी का हो
अब तिलक चड़ी ना हो, मुह बनाके जा हो
अब तिलक चड़ी ना हो
मुह बनाके जाहो दिलक छड़ी नाहो
सरव जवन तो एत पैला लैला नाही कूली
चबले जाके लैबना दुआर के गेट ना खूली
लागत पूरा भी खारे हवा
सरव जवन तो एत पैला लैला नाही कूली
चबले जाके लैबना दुआर के गेट ना खूली
छूट बोलेला खाले बात जान गईल सब कोई
तैबा जवन जवन चावा नाता लेजा धोई
नाई खाला एल बर्तन सिकडी यंगना से अब जाहो
अब तीलक छोड़ ही ना हो मूहा बनाके जाहो
अब तीलक छोड़ ही ना हो मूहा बनाके जाहो
तीलक छोड़ ही ना हो मूहा बनाके जाहो
राइट और राज से सुनिल मन धाता के बोलावा
गाल गे आगे गल न बजावा सबके न समझावा
राइट और राज से सुनिल मन धाता के बोलावा
गाल गे आगे गल न बजावा सबके न समझावा
दिला के समय बीतल जाता बात न आगे बढ़ावा
एक भुलाई ज़व्द धावे कहल बाते वन्तु रावा
हाथि हाथि सुर कोईला पलम न चल पर काहो
अब तीलक चड़ ही ना हो
मुहा बना के जाओ
अब तीलक चड़ ही ना हो
मुहा बना के जाओ
अब तीलक चड़ ही ना हो
मुहा बना के जाओ
अब तीलक चड़ ही ना हो
मुहा बना के जाओ
बनाके जाहो