शगर सजे में शऔर थी वा
जी अपगो दिलदार
शगर सजे में शौर मची वा
अलाय कि ताइयो मोर अचीवा
जो जोर अचीवा अलाय कि ताइयो मोर अचीवा
अखे लुखनी तोचे दिनगारे फुल्ण मानु अखे उपड तोमारे
आरची हे जी शगर चौर अचीवा शदूर अचीवा अलाय कि ताइयो मोर अचीवा
खंदरी जी चाटार वागे चमकीलो चहरो चेहरे मतावरी दुलपन चोपेरो
खंदरे दे जनको चकोर
अचीवा
अलाय कि ताइयो मोर अचीवा
कोट की जगर में लगी बयो नारो
सोनो की फांच मचींग लो अची प्यारो
गोट की शगर में लगी बयो नारो
गोट की शगर में लगी बयो नारो
खंदरे दे जनको चहरो
चेहरे मतावरी दुलपन चोपेरो चहरो चेहरे मतावरी दुलपन चोपेरो