शोरगुल नहीं होगा
मैं हुंगी तू होगा और होगा खामोश आस्माँ
शोरगुल नहीं होगा नहीं होगा मेरी जान
मैं हुंगी तू होगा और होगा खामोश आस्माँ
मन ही मन में बुद् बुदाती
एक नदी से बहा करें
अन्जानी धुन गुन गुनाती आती जाती हमा रहेगी
तेरी धड़कन क्या कहती है सुनूँगी तेरे सीने पे रखके कान
मैं हूँगी तू होगा और होगा खामोश आसुमान
शोर वो नहीं होगा
तेरी उंगलियों में गूथ लूँगी उंगलियां मेरी
तुझे के सुओं से ढख करके मैं कर लूँगी रात गहरी
तेरी उंगलियों
मैं गूथ लूँगी उंगलियां मेरी
तुझे के सुओं में ढख करके मैं कर लूँगी रात गहरी
फिर सर को चुका के हॉले से मैं चूम लूँगी चान
मैं हूँगी तू होगा और होगा खामोश आसुमान
शोर हो नहीं होगा
मैं होंगी तू होगा और होगा खामोश आत्मा