कह
जल चड़ाओगी,
बड़ा धूप है, जल जाओगी
कैसे जाओगी, जल चड़ाओगी, बड़ा धूप है, जल जाओगी
तुना हर बंबं बोल बोल के मंदीर में घुस जाना है
सुरुह हो गयी तोहर
परिच्छा हो, बाबा पूरा करण सिथ तोहर इच्छा हो
हाँ
सुरू हो गई तोहर परिच्छा हो
बाबा पूरा करोस तोहर इच्छा हो
काने पकावर लेकर पैदल जाओंगी
मैं सोला सोमारी का पावन
वरत उठाओंगी
मुका है
सिव चोगिया पे जल चढ़ाना है
मेरे लावःर को अपना बनाना है
अच्छा ठीक बाद
उठाओंगी मुखा है