किसे कथाएं वैशि यथाएं सहमी सदाएं दुर्गम धशाएं जहरी जटाएं बागी पुजाएं बस्तियां बसाएं शिव ही सताएं
शन शन शन तसबाव सैयम से शम्भू सकल शिष्टी सजाएं पह भू मीन प्रमान बरे बस भोले बापा पाएं शिव ही सदाएं शिव ही सखाएं शिष्टी सकलम शिव ही समाएं शिव ही सताएं शिव ही सहाएं सरा सरे शिव शक्ती सुनाएं
ओम नमा शिवाय, ओम नमा शिवाय
नट राजन चाएं रित्ते, सब सत्य शिव के कृते
गंग गोरी गगन गरज गाएं, मृत्यू ही मृत्यू निश्चे
जल थल वायू अगनी आकाश, पंच तत्व शिव में लिप्टे
त्रिलोगीत्र नित्रों से देखें, दूर धर्तियों से द्रिशे
अन्देर काले, अगोर याले, मित्युं जमंत्र जलती मशाले
अन्तिम पढ़ाव पृत्वी पे पाव आएंगे, शिव्या शिवरी बुलाले
शन शन, शानत, सभाव, सयम से, शंबू सकले, स्रिष्टी सजाये
बहे भूमी ब्रमाण भरे, बस भोले बापा पहाये बहाये
शिवी सदाये, शिवी सखाये, स्रिष्टी सकलम, शिवी समाये
शिवी सदाये, शिवी सहाये, सरा सरे, शिव शक्ति सुनाये
जो जब तपना देवा करे तेरा बीच वैटक गया रे
हमरी तो बाटके देवों में जो विश्व गटक गया रे
लोब लाल सामे मनुश्य राह बटक गया रे
सबके वीतर एक तो शम्भू देवों में बटक गया रे
नाथ मेरे देखो ढमरू बचाओ नाथ मेरे ताड़ नवर करक दिखाओ
नाथ मेरे कैसे हम को रिजाओ नाथ मेरे काथ विश्व भी जाओ
शण शण शांत सभाव सईयम से शम्भू सकल स्रिष्टी सदाए
भाहे भूँबी प्रमांड भरे बस भोले बापा पहाए बहाए
शिव ही सदाए शिव ही सखाए शिष्टी सकल में शिव ही समाए
शिव ही सदाए शिव ही सहाए सरा सरा शिव शक्ती सुनाए
ओम नमस्टिवाई
मैयो फ्रिक्स